Ubhayalanakar Kise Kahate Hain – उभयालंकार की परिभाषा, प्रकार और उदाहरण

Ubhayalanakar Kise Kahate Hain In Hindi – उभयालंकार, अलंकार के सबसे महत्वपूर्ण भाग में से एक होता है, यह वह अलंकार होता है जो दो अलंकारो के मेल से बनाया जाता है। अब इस लेख “Ubhayalanakar In Hindi” में हम Ubhayalanakar Ki Paribhasha, Bhed Aur Udaharan के बारे में पढ़ने जा रहे हैं। उभयालंकार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आपको इस लेख में मिल जाएगी।

Ubhayalanakar Kise Kahate Hain – उभयालंकार की परिभाषा

जहाँ पर अलंकार में शब्द और अर्थ दोनो का प्रयोग किया जाता है अर्थात जो अलंकार शब्दालंकार तथा अर्थालंकार के प्रयोग से बनता है वह उभयालंकार कहलता है। इसका निर्माण दो अलंकारों के योग से होता है।

Ubhayalanakar Examples In Hindi – उभयालंकार के उदाहरण

उदाहरण –

कजरारी अंखियन में कजरारी न लखाय।

उदाहरण

रीझि रीझि रहसि रहसि हँसि हँसि उठै।

साँसैं भरि आँसू भरि कहत दई दई।।

Ubhayalanakar Bhed In Hindi – उभयालंकार के प्रकार 

उभयलंकार को दो प्रकार से विभाजित किया गया है।

  • संसृष्टि उभयलंकार
  • संकर उभयलंकार

1. संसृष्टि उभयलंकार

संसृष्टि अलंकार के अलंकारो के मिलने से बनता है इसके बाबजूद इस अलंकार को आसानी से पहचाना जा सकता है। इसमे शब्दालंकार तथा अर्थालंकार भी शामिल होते हैं।

2. संकर उभयलंकार

संकर उभयलंकार का निर्माण भी कई अलंकारो से मिलकर होता है। इनको अलग कर पाना सम्भव नहीं होता है।

Conclusion – उभयलंकार में उपमेय का अर्थ होता है – दोनों जो कि दो प्रकार के अलंकार के बारे में होता है Ubhayalanakar Kya Hote Hain, Ubhayalanakar Ke Niyam Aur Visheshta पढ़ सकते हैं .

FAQs About Ubhayalanakar Kya Hai In Hindi 

Q1. उभयलंकार क्या होते हैं ?

Ans : वह अलंकार जिसमे दो से अधिक अलंकार का उपयोग हो या वाक्य के पक्ष में एक से ज्यादा अलंकार मौजूद होते हैं उसे Ubhayalanakar Kahate Hain.

Q2. उभयलंकार का उद्देश्य क्या होता है ?

Ans : Ubhayalanakar Ka Uddeshya किसी प्रकार के काव्य को प्रभावशाली रूप में प्रकट करना और भावनात्मक रूप से व्यक्त करना होता है।

Q3. उभयलंकार के उदाहरण बताइए ?

Ans : Ubhayalanakar Ke Udaharan –

दिनान्त था, थे दीननाथ डुबते,

सधेनु आते गृह ग्वाल बाल थे।”

Leave a Comment