Sampradan Karak Kise Kahate Hain – संप्रदान कारक की परिभाषा एवं उदाहरण

Sampradan Karak Kise Kahate Hain In Hindi – आज के इस आर्टिकल “Sampradan Karak In Hindi” में हम संप्रदान कारक के बारे में पढ़ने वाले हैं। संप्रदान कारक भी कारक का एक प्रमुख भाग है इस आर्टिकल में आप Sampradan Karak Ki Paribhasha और Sampradan Karak Ke Niyam के बारे में पढ़ेगें तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें।

Sampradan Karak Ki Paribhasha – संप्रदान कारक क्या है ?

ऐसा कारक जिसमें किसी को कुछ दिया जाता है अथवा किसी के लिये कोई किर्या सम्पन्न की जाती है वहाँ पर जो कारक होता है, उसे Sampradan Karak Kahate Hain

संप्रदान कारक को विभक्ति “को” अथवा “के लिए” से निरूपित किया जाता है।

Sampradan Karak Ke Udaharan – संप्रदान कारक के उदाहरण

  • रमेश राधिका के लिए अनार लाया।

उपर्युक्त दिए गए इस बात के नाम रमेश के द्वारा अनार लाने की क्रिया को संपन्न किया गया है जो कि राधिका के लिए की गई है तथा इसकी “के लिए” शब्द के द्वारा पहचान की जा रही है। जो की संप्रदान कारक का उदाहरण है।

  • राजू में भूखे व्यक्ति को खाना खिलाया।

दिए गए इस बात करना है खाना खिलाने की क्रिया राजू के द्वारा संपन्न की जा रही है तथा यह व्यक्ति के लिए की जा रही है जो कि व्यक्ति को द्वारा स्पष्ट रूप से पता चल रहा है अतः यह उदाहरण संप्रदान कारक के अंतर्गत आएगा।

  • हरी राधा को प्यार करता है

उपर्युक्त दिए गए इस वाक्य में हरी के द्वारा प्यार करने की क्रिया की जा रही है जो कि राधा के लिए संपन्न हो रही है। इस क्रिया के बारे में विभक्ति “को” के द्वारा जानकारी प्राप्त हो रही है अतः यह उदाहरण संप्रदान कारक के अंतर्गत आता है।

  • लक्ष्मण के लिए हनुमान जी पर्वत लेकर आए।

दिए गए इस वाक्य में हनुमान जी के द्वारा पर्वत लाने की क्रिया को संपन्न किया जा रहा है जोकि लक्ष्मण जी के लिए की गई है। तथा यह विभक्ति “के लिए” द्वारा स्पष्ट हो रही है अतः यह भी संप्रदान कारक का एक उदाहरण है।

  • श्री राम पिता के वचन के लिए वन में गये।

उपर्युक्त दिए गए वाक्य में श्री राम के द्वारा वन में जाने की क्रिया को संपन्न किया गया है तथा यह क्रिया उन्होंने अपने पिता के वचन के लिए पूरी की को की “के लिए” विभक्ति के द्वारा स्पष्ट रूप से व्यक्त की जा रही है अतः यह उदाहरण संप्रदान कारक के अंतर्गत आएगा।

संप्रदान कारक के अन्य उदाहरण

  • मां ने छोटे बच्चे को घुट्टी पिलाई।
  • विद्यार्थियों ने अपने गुरु को बधाई दी।
  • उसमें सभी को मिठाइयां बांटी।
  • वह मेरे को देने के लिए मिठाई लेकर आया।
  • सभी संत हिमालय को चले गए।
  • मां ने अपने बच्चों के लिए खाना बनाया।
  • उसने रमेश को उपहार दिया।

Conclusion – संप्रदान कारक में कर्ता किसी उद्देश्य के लिए कार्य करता है यहाँ पर आप Sampradan Karak Ki Paribhasha, Sampradan Karak Ke Bhed Aur Niyam पढ़ सकते हैं।

FAQs About Sampradan Karak Kya Hai In Hindi

Q1. संप्रदान कारक क्या होता है ?
Ans : संप्रदान कारक ऐसा कारक होता है, जो जिसमें कर्ता कोई कार्य करता है और कुछ प्रदान करता है ऐसे कारक को व्यक्त करने वाले को Sampradan Karak Kahate Hain.

Q2. संप्रदान कारक का चिन्ह क्या होता है ?
Ans : Sampradan Karak Ka Vibhakti Chinh “के लिए “या” को होता है।

Q3. संप्रदान कारक की पहचान क्या होती है ?
Ans : संप्रदान कारक का मतलब होता है – देना, जिस कारक में कर्ता कुछ देता है, वह संप्रदान कारक होता है।

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