अपादान कारक की परिभाषा एवं उदाहरण

कारक हिंदी व्याकरण के सबसे महत्वपूर्ण भाग में से एक है तथा अपादान कारक, कारक के सबसे महत्वपूर्ण भेदों में से एक है अतः इस लेख में हम अपादान कारक की परिभाषा तथा उसके नियम के बारे में विस्तार पूर्वक पढ़ेंगे।

अपादान कारक की परिभाषा

वाक्य में प्रयोग होने वाले ऐसे कारक जिसमे किसी संज्ञा का किसी अन्य वस्तु से अलग होने के बारे में ज्ञात होता है अथवा दूसरी वस्तु से अलग होने का बोध होता है, वह अपादान कारक कहलाता है। अपादान कारक को विभक्ति “से” के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।

अपादान कारक के उदाहरण

रमेश घोड़े से गिर गया।

उपर्युक्त दिए गए वाक्य में गिरने के कारण कर्ता घोड़े से अलग हो रहा है जो कि विभक्ति से के द्वारा स्पष्ट हो रहा है। अतः यह अपादान कारक का उदाहरण है।

पानी झरने से निकल रहा है।

ऊपर दिए गए इस वाक्य में पानी झरने से निकल रहा है तथा यह झरने से अलग हो रहा है जो कि हमें से विभक्ति द्वारा स्पष्ट रूप से ज्ञात हो रहा है अतः यह उदाहरण अपादान कारक के अंतर्गत आएगा।

रमेश खम्भे से नीचे गिर गया।

उपर्युक्त दिए गए इस वाक्य में गिरने की क्रिया हो रही है जिसमे रमेश खंभे से अलग हो रहा है जो कि से विभक्ति के द्वारा हमें स्पष्ट रूप से पता चल रहा है अतः यह अपादान कारक का उदाहरण है।

डाली पेड़ से टूटकर नीचे गिर गई।

यह पर इस वाक्य के पेड़ की डाली पेड़ से टूटकर नीचे गिर रही है जिसके कारण यह पेड़ से अलग हो रही है तथा यदि कोई वस्तु किसी अन्य वस्तु से अलग हो रही हो तो वह अपादान कारक का उदाहरण होता है।

विनोद ने मटके से पानी निकाला।

दिए गए इस वाक्य में मटके से पानी निकालने की क्रिया की जा रही है जिस कारण से पानी मटके से अलग हो रहा है तथा इसको स्पष्ट करने के लिए इस वाक्य में विभक्ति ‘से’ का प्रयोग किया गया है अतः यह अपादान कारक का उदाहरण है।

पिंकू साइकिल से गिर गया।

उपर्युक्त दिए गए वाक्य में गिरने की क्रिया हो रही है जिस कारण से पिंकू साइकिल से अलग हो रहा है अलग होने का बोध विभक्ति ‘से’ के द्वारा स्पष्ट हो रहा है जिस कारण से यह उदाहरण अपादान कारक के अंतर्गत आएगा।

अपादान कारक के अन्य उदाहरण

  • आम पेड़ से टूट कर नीचे गिर गया।
  • रमेश कानपुर से लखनऊ गया।
  • उसके हाथ से फोन गिर गया।
  • चूहा बिल्ली से बाहर भाग गया।
  • मेरी जेब से ₹50 गिर गए।
  • राजीव छत से नीचे गिर गया।
  • रमन ने पेड़ से फल तोड़ लिए।

आज के इस लेख में हमने आपको अपादान कारक के बारे में बताया है यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इससे आगे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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