Karmdharay Samas Kise Kahate Hain – आज के इस लेख Karmdharay Samas In Hindi में हम कर्मधारय समास के बारे में पढ़ने वाले हैं, इस लेख में आप Karmdharay Samas Ki Paribhasha, Karmdharay Samas Bhed Aur Niyam के बारे में पढ़ेगें। कर्मधारय समास के बारे में पूरी जानकारी के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
Definition Of Karmdharay Samas In Hindi – कर्मधारय समास की परिभाषा
ऐसे समास जहाँ उत्तर पद प्रधान हो तथा ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया हो जिसमें से पहला पद विशेष्य तथा दूसरा पद विशेषण हो, या फिर वहा एक पद उपमान तथा दूसरा पद उपमेय हो उसे Karmdharay Samas Kahate Hain
Examples Of Karmdharay Samas In Hindi – कर्मधारय समास के उदाहरण
- पुरुषरत्न = रत्न है जो पुरुष
- कर्मधारय = समास के उदाहरण
- आदिप्रवर्तक = पहला प्रवर्तक
- कीर्तिलता = कीर्ति रुपी लता
- चलसम्पति = गतिशील संपत्ति
- भक्तिसुधा = भक्ति रुपी सुधा
- पर्णकुटी = पत्तों से बनी कुटी
- मुखारविंद = अरविन्द के सामान मुख
- विरहसागर = विरह रुपी सागर
- पुत्ररत्न = रत्न के सामान पुत्र
विशेषण – विशेष्य के उदाहरण
- नीलगगन = नीला है जो गगन
- महाविद्यालय = महान है जो विद्यालय
- महादेव = महान है जो देव
- कालीमिर्च = काली है जो मिर्च
- अधपका = आधा है जो पका
- नीलकंठ = नीला है जो कंठ
- महाराज = महान है जो राजा
- कापुरुष = कायर है जो पुरुष
- परमानंद = परम है जो आनंद
- प्रधानाध्यापक = प्रधान है जो अध्यापक
- भलामानस = भला है जो मानस
- महापुरुष = महान है जो पुरुष
- लालटोपी = लाल है जो टोपी
- महावीर = महान है जो वीर
- पीतांबर = पीत है जो अंबर
उपमान – उपमेय के उदाहरण
- वचनामृत = अमृत रूपी वचन
- देहलता = लता रूपी देह
- चंद्रमुख = चंद्र के समान मुख
- संसारसागर = संसार रूपी सागर
- घनश्याम = घन के समान श्याम
- करकमल = कर रूपी कमल
- विद्याधन = विद्या रूपी धन
- कुसुमकोमल = कुसुम सा कोमल
- भवजल = भव रूपी जल
- मृगलोचन = मृग के समान लोचन
- आशालता = आशा की लता
- भुजदंड = दंड के समान भुजा
- कनकलता = कनक के समान लता
- चरणकमल = कमल के समान चरण
Conclusion – इस आर्टिकल “Karmdharay Samas Kya Hota Hain” में हमने आपको कर्मधारय समास के बारे में जानकारी दी है, कर्मधारय समास में उपमेय और उपमान को दर्शाया जाता है, यहां पर आप दोनों के उदाहरण Karmdharay Samas Ki Paribhasha, Bhed और Niyam जान सकते हैं, जो आपको कर्मधारय समास के बारे में समझने में मदद करेंगे।
FAQs About Karmdharay Samas Kya Hai In Hindi
Q1. कर्मधारय समास क्या होता है ?
Ans : वह समास जिसका पहला पद विशेषण होता है और दूसरा पद विशेय इस तरह पहले पद उपमान और दूसरा उपमेय होता है इसे Karmdharay Samas Kahate Hain.
Q2. कर्मधारय समास के कितने भेद होते हैं ?
Ans : Karmdharay Samas Ke 4 Bhed Hote Hain –
- विशेषणपूर्वपद कर्मधारय समास
- विशेष्यपूर्वपद कर्मधारय समास
- विशेषणोंभयपद कर्मधारय समास
- विशेष्योंभयपद कर्मधारय समास
Q3. कर्मधारय समास के उदाहरण बताइए ?
Ans : Karmdharay Samas Ke Udaharan –
- सद्धर्म – सत् है जो धर्म
- नीलगगन – नीला है जो गगन
- महात्मा – महान है जो आत्मा