BhavVachak Sangya Kise Kahate Hain – भाववाचक संज्ञा की परिभाषा और उदाहरण


BhavVachak Sangya Kise Kahate Hain – इस पोस्ट में हम भाववाचक संज्ञा के बारे में पढ़ने वाले हैं, इस आर्टिकल BhavVachak Sangya In Hindi में हम BhavVachak Sangya Ki Paribhasha, BhavVachak Sangya Ke Bhed और BhavVachak Sangya Ke Udaharan के द्वारा समझेंगे। इसके अलावा हम संज्ञा के भेद के बारे में भी जानेंगे तो भाववाचक संज्ञा से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़े .

Sangya Ke Bhed – संज्ञा के प्रकार

संज्ञा के हिंदी व्याकरण में पॉंच भेद होते हैं जो कि आपको निम्नलिखित दिये गए हैं जिसमे से आज इस आर्टिकल में हम भाववाचक संज्ञा के बारे में पढ़ने वाले हैं-

  • व्यक्तिवाचक संज्ञा ( Proper Noun )
  • जातिवाचक संज्ञा ( Common Noun )
  • भाववाचक संज्ञा ( Abstract Noun )
  • समूहवाचक संज्ञा ( Collective Noun )
  • द्रव्यवाचक संज्ञा ( Material Noun )

BhavVachak Sangya Hindi Mein – भाववाचक संज्ञा परिभाषा

ऐसे शब्द जो किसी पदार्थ या किसी व्यक्ति के भाव अथवा अवस्था का बोध कराते हैं उन्हें BhavVachak Sangya Kahate Hain .सामान्य भाषा में कहे तो किसी गुण, दशा, भाव अथवा अवस्था का बोध कराने वाले शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहा जाता है। ऐसी

संज्ञा जिसे हम छू नही सकते है इसको केबल महसूस कर सकते हैं या अनुभव कर सकते हैं। इसका कोई रूप या आकार नहीं होता है।

जैसे – मिठास, थकावट, खटास, खुशी, दुःख, उदास, प्रसन्नता, अपनापन, प्यास, भूख, क्रोध, धर्म, नीचता, मानवता, बुढ़ापा इत्यादि।

BhavVachak Sangya Examples In Hindi – भाववाचक संज्ञा के उदाहरण

1. राधिका की आबाज में बहुत मिठास है।
इस वाक्य में मिठास शब्द मीठेपन का बोध करा रहा है जिसे हम सिर्फ महसूस कर सकते हैं अतः मिठास एक भाववाचक संज्ञा है।

2. उसने अपना पूरा बचपन खेलने में लगा दिया।
इस वाक्य में बचपन भाववाचक संज्ञा है जिसको हम सिर्फ महसूस कर सकते हैं।

3. राधा जी ने श्री कृष्ण से सच्चा प्रेम किया था।
इस वाक्य में प्रेम एक भाववाचक संज्ञा है जो कि ह्रदय की भावनाओ को दर्शाता है।

4. अधिक कार्य करने के बाद थकावट होने लगती है।
इस वाक्य में थकावट भाववाचक संज्ञा है जिसको हमलोग सिर्फ महसूस कर सकते हैं।

5. राम और श्याम की दोस्ती पूरे शहर में मशहूर है।
इस वाक्य में दोस्ती शब्द भाववाचक संज्ञा है क्योंकि दोस्ती को सिर्फ अनुभव किया जा सकता है।

6. मास्टर जी बहुत खुश हैं।
इस वाक्य में मास्टर जी के खुश होने का बोध हो रहा है इसलिए खुश शब्द यहाँ भाववाचक संज्ञा है।

7. रमेश बहुत ईमानदार व्यक्ति है।
इस वाक्य में ईमानदार शब्द रमेश के चरित्र का बोध करवा रहा है इसलिए ईमानदार शब्द यहाँ भाववाचक संज्ञा है।

8. शिक्षक बहुत क्रोध में हैं।
इस वाक्य में शिक्षक के भाव का पता चल रहा है इसलिए क्रोध एक भाववाचक संज्ञा है।

Jativachak Sangya Se Bhavvachak Sangya – जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना –

मनुष्यमनुष्यता
मानवमानवता
भाईभाईचारा
इंसानइंसानियत
प्रभुप्रभुता
पात्रपात्रता
घरघरेलू
पुरुषपुरुषत्व
मुर्ख मूर्खता
मित्र मित्रता

Sangya Se Bhavvachak – संज्ञा से भाववाचक बनाना

लड़कालडकपन
पंचपंचायत
शिष्यशिष्यत्व
भारभारीपन
बूढ़ाबुढ़ापा
राष्ट्रराष्ट्रीयता
वकीलवकालत
देवदेवत्व

Sarvnam Se BhavVachak Sangya -सर्वनाम से भाववाचक संज्ञा बनाना

अहंअहंकार
स्वस्वत्व
परायापरायापन
निजनिजत्व
आपआपा
अपनाअपनापन
सर्व सर्वस्व
मम ममत्व

Kriya Se BhavVachak Sangya -क्रिया से भाववाचक बनाना

लिखनालेख
बनानाबनावट
कमानाकमाई
उड़नाउड़ान
सींचनासिंचाई
लड़नालड़ाई
महकनामहक

Visheshan Se BhavVachak Sangya – विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाना

अमीरअमीरी
मूर्खमूर्खता
गंभीरगंभीरता
गोरागोरापन
बेईमानबेईमानी
एकएकता
कायरकायरता

Avyay Se BhavVachak Sangya – अव्यय से भाववाचक बनाना

परस्परपारस्पर्य
निकटनैकट्य
समीपसामीप्य
दूरदुरी
मनामनाही
पूर्णपूर्णता

Conclusion : मानव के दैनिक जीवन में भाववाचक संज्ञा का उपयोग होता रहता है, जब मानव अपने मुंह से किसी तरह की भावना को प्रकट करता है, वह भाववाचक संज्ञा ही होती है। यहां पर आप BhavVachak Sangya Ki Paribhahsa, BhavVachak Sangya Ke Prakar और उनकी पहचान नियम के साथ पढ़ सकते हैं।

FAQs About BhavVachak Sangya Kya Hain

Q1. भाववाचक संज्ञा क्या होती है उदाहरण सहित बताइए ?

Ans : संज्ञा का वह रूप जिसमें किसी मनुष्य या किसी वस्तु के भाव और स्वभाव का बोध होता है, उसे BhavVachak Sangya Kahate Hain जैसे गुस्सा, गर्मी, अच्छाई आदि ।

Q2. भाववाचक संज्ञा कितने प्रकार की होती है ?

Ans : BhavVachak Sangya Ke Do Bhed होते हैं – समुदाय वाचक संज्ञा और द्रव्य वाचक संज्ञा

Q3. भाववाचक संज्ञा के क्या नियम हैं ?

Ans : भाववाचक संज्ञा में जातिवाचक संज्ञा को, क्रिया को और संज्ञा को कुछ वर्ण लगाकर उन्हें भाववाचक संज्ञा में परिवर्तित किया जा सकता है।

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