बरवै छंद की परिभाषा और उदाहरण

बरवै छंद, हिंदी व्याकरण के अर्ध सम मात्रिक छन्द के अंतर्गत आता है, जिसके बारे में हम इस लेख में पढ़ने जा रहे हैं यह पर आप बरवै छंद तथा उदाहरण के बारे में संक्षिप रूप में पढ़ेंगे।

बरवै छंद की परिभाषा

बरवै छंद में चार चरण होते हैं तथा बरवै छंद के पहले तथा तीसरे चरण में 12- 12 मात्राएँ होती हैं और बरवै छंद के दूसरे तथा चौथे चरण में 7 -7 मात्राएँ होती हैं, तथा इस छन्द के चरण के अंत मे जगड़ तथा तगड़ के प्रयोग से छन्द और भी आकर्षक बन जाता है। बरवै छंद अर्ध सम मात्रिक छन्द के अंतर्गत आता है।

बरवै छंद के उदाहरण

सुनके संगीत मधुर,बनो निरोग।
सौंदर्य बढ़ाए वय,करो प्रयोग।।

आँख मिलेंगी सबसे,रख व्यवहार।
फूल सभी जन चाहें,एक न ख़ार।।

चम्पक हरवा अंग मिलि,अधिक सुहाय।
जानि परै सिय हियरे ,जब कुंभिलाय।।

उपर्युक्त दिये गए उदाहरणों में पहले तथा तीसरे चरण में 12 -12 मात्राएँ और दूसरे तथा चौथे चरण में 7 -7 मात्राएँ है जिससे स्पष्ट है कि यह बरवै छंद के उदाहरण हैं।

इस लेख में हमने आपको बरवै छंद के बारे में उदाहरण सहित सम्पूर्ण जानकारी दी है यदि आपको इस लेख में दी गई जानकारी पसन्द आयी हो तो इसे आगे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

Leave a Comment