Kritvachya Kise Kahate Hain In Hindi आज के इस लेख Kritvachya In Hindi में हम आपको कर्तृवाच्य के बारे में बताने जा रहे हैं, Kritvachya Kya Hota Hain, Kritvachya Kitne Prakar Ke Hote Hain कर्तृवाच्य से सम्बंधित पूर्ण जानकारी आपको इस लेख में मिल जाएगी अतः इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
Kritvachya Kya Hain In Hindi – कर्तृवाच्य की परिभाषा
वाक्य में प्रयोग होने वाली क्रिया का ऐसा रूप जिससे वाक्य में कर्ता की प्रधानता होने का बोध हो, कर्तृवाच्य कहलाता है।
Kritvachya Examples In Hindi – कर्तृवाच्य के उदाहरण
- रमेश पानी पीता है।
- श्याम पुस्तक पढ़ता है।
- उसने किताबें पढ़ी।
- आरोही गाना गायेगी।
उपर्युक्त दिए गए इन वाक्यो में रमेश, श्याम, उसने, आरोही वाक्य में होने वाली क्रिया को कर रहे है तथा यह सभी कर्ता है और इन वाक्यों में इनकी प्रधानता है जिस कारण से यह कर्तृवाच्य के उदाहरण हैं।
Kritvachya Ka Upyog In Hindi – कर्तृवाच्य के प्रयोग
- कर्तृवाच्य में अकर्मक एवं सकर्मक दोनो तरह की क्रियाएं प्रयोग में लायी जाती है।
- जिन वाक्यो में कर्तृवाच्य का प्रयोग होता है उन वाक्यो को भाववाच्य और कर्मवाच्य दोनो में बदला जा सकता है।
- क्रिया के साथ सक के विभिन्न रुपों का प्रयोग कर्ता की क्षमता अथवा सामर्थ्य को दिखाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण –
- मैं इंग्लिश लिख सकता हूँ।
- रमेश गीत गा सकता है।
- विजय पूरा काम अकेले कर सकता है।
4. इसी प्रकार कई जगहों पर सक का प्रयोग कर्तृवाच्य के असमर्थता सूचक वाक्यो में भी किया जाता है।
उदाहरण –
- अब तुम यहा पर काम नही कर सकते हो।
- बच्चे आज फ़िल्म नही देख सकते हैं।
- मैं आपका यह काम नही कर सकता हूं।
Conclusion – हिंदी व्याकरण में कर्तृवाच्य का उपयोग तब करते है, जब कोई महत्वपूर्ण काम किसी के द्वारा होता है। यहां पर आप Kritvachya Ki Paribhasha, Prakar और नियम संबंधित सभी जानकारी पढ़ सकते हैं।
FAQs About Kritvachya In Hindi
Q1. कर्तृवाच्य क्या होता है ?
Ans : वह वाच्य जिसमें कर्ता मुख्य होता है, उसे Kritvachya Kahate Hain कृति वाच्य में क्रिया कर्ता के वचन, लिंग के अनुसार होते हैं।
Q2. कर्तृवाच्य की पहचान क्या होती है ?
Ans : कृत्य वाक्य में सभी क्रियाएं कर्ता के अनुसार होती है, जो कि Kritvachya Ki Pahchan है।
Q3. कर्तृवाच्य के उदाहरण बताइए ?
Ans : Kritvachya Ke Udaharan –
- लड़के दिल्ली जा रहे हैं
- मैं भागवत गीता पढ़ रहा हूं
- राम खाना खाकर सो गया है