Jativachak Sangya Kise Kahate Hain – संज्ञा हिंदी व्याकरण का सबसे महत्वपूर्ण भाग में से एक है संज्ञा के 5 भेद होते है और इस आर्टिकल Jativachak Sangya In Hindi में हम आपको जातिवाचक संज्ञा के बारे में विस्तारपूर्वक सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं। Jativachak Sangya Kya Hain, Jativachak Sangya Ke Bhed Or Jativachak Sangya Ke Udaharan के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेने के लिए आर्टिकल को आगे पढ़ते रहें।
Sangya Ke Prakar – संज्ञा के भेद
संज्ञा के पॉंच भेद होते हैं जो कि आपको निम्नलिखित दिये गए हैं जिसमे से आज इस आर्टिकल में हम जातिवाचक संज्ञा के बारे में बात करने वाले हैं-
- व्यक्तिवाचक संज्ञा ( Proper Noun )
- जातिवाचक संज्ञा ( Common Noun )
- भाववाचक संज्ञा ( Abstract Noun )
- समूहवाचक संज्ञा ( Collective Noun )
- द्रव्यवाचक संज्ञा ( Material Noun )
Jativachak Sangya Kise Kahate Hain – जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा
ऐसे शब्द जो किसी वस्तु, प्राणी या किसी स्थान के विशेष वर्ग की सम्पूर्ण जाति का बोध कराते है उन शब्दों को Jativachak Sangya Kahate Hain जातिवाचक संज्ञा के द्वारा सिर किसी एक व्यक्ति, स्थान या वस्तु को बोध नही होता है वल्कि जातिवाचक संज्ञा के द्वारा वस्तु, प्राणी या स्थान के सम्पूर्ण जाति के बारे में जानकारी मिलती है।
Jativachak Sangya Ke Udaharan – घर, मनुष्य, गाय, घोड़ा, पहाड़, नदी।
Jativachak Sangya Ke Bhed – जातिवाचक संज्ञा के प्रकार
जातिवाचक संज्ञा को दो भागों में बॉटा गया है-
1. द्रव्यवाचक संज्ञा
ऐसे शब्द जो किसी द्रव्य, धातु या पदार्थ की जाति को दर्शाते हैं द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते हैं।
जैसे – सोना, चांदी, घी, तावा , चावल, गेहूँ इत्यादि।
2. समूहवाचक संज्ञा
ऐसे शब्द जो किसी वस्तु या व्यक्ति की सम्पूर्ण जाति को दर्शाते हैं उनको समुदायवाचक या समूह वाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे – समिति, पुस्तकाल, पुलिस, सेना, दल, परिवार।
Jativachak Sangya Examples In Hindi – जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण
जातिवाचक संज्ञा के बहुत सारे उदाहरण हैं जिनमे से हम कुछ आसान उदाहरणों के द्वारा जातिवाचक संज्ञा के बारे में समझने का प्रयास करेंगे।
- प्राणी – मानव, लड़का, मनुष्य, सेना, बिल्ली, घोड़ा, कुत्ता, सभा, मोर, शेर इत्यादि।
- स्थान – गॉव, शहर, नदी, देश, पहाड़, पर्वत, विद्यालय, घर, मंदिर इत्यादि।
- वस्तु – मसीन, पुस्तकें, कंप्यूटर, पंखा, कुर्शी इत्यादि।
जातिवाचक संज्ञा के अन्य उदाहरण
- लड़की – यदि किसी लड़की को उसके नाम के साथ सम्बोधित किया जाए तो ऐसे में वहां पर व्यक्तिवाचक संज्ञा होगी और सिर्फ लड़की शब्द से सम्पूर्ण लड़की जाति को सम्बोधित किया जा सकता है।
- घोड़ा – घोड़ा शब्द का प्रयोग ना सिर्फ एक किसी घोड़े का बोध कराता है बल्कि यह सम्पूर्ण घोड़ों का बोध कराता है।
- पहाड़ – यदि किसी पहाड़ की उसके नाम विशेष से सम्बोधित किया जाए तो वह व्यक्तिवाचक संज्ञा के अंतर्गत आता है परन्तु यदि सिर्फ पहाड़ का जाए तो यह सभी पहाड़ों को एक वर्ग में दर्शाता है।
Jativachak Sangya Ka Upyog – जातिवाचक संज्ञा के प्रयोग
- मनुष्य इस ग्रह का सबसे बुद्धिमान प्राणी है।
- गाय एक दूध देने वाला जानवर है।
- नदियों का पानी गन्दा होता जा रहा है।
- डॉक्टर को भगवान के समान माना जाता है।
- कछुआ आलसी होते हैं।
- पुस्तकें मनुष्य की सबसे अच्छी मित्र होती है।
- कुत्ते बफादार होते हैं।
- किसान देश मे अनाज की पूर्ति करते हैं।
- मुझे कुत्ता पालना पसन्द है।
- मुंबई एक महानगर है।
- प्रदूषण के कारण मनुष्य में कई तरह की बीमारियां होती हैं।
- गाड़िया सड़क पर चलती है।
- मोर पेड़ पर बैठे हैं।
Conclusion : जातिवाचक संज्ञा शब्द में किसी प्रकार की समस्त जाति का बोध हो, वह सभी शब्द Jativachak Sangya Shabd के अंतर्गत आते हैं। यहां पर सरल भाषा में Jativachak Sangya Ki Paribhasha, Jativachak Sangya Ke Ang और Jativachak Sangya Ke Udaharan बताए गए हैं।
FAQs About Jativachak Sangya Ki Paribhasha In Hindi
Q1. जातिवाचक संज्ञा क्या होती है उदाहरण सहित बताइए ?
Ans : संज्ञा का वह रूप जिसमें सभी प्रकार के प्राणियों और वस्तुओं का बोध होता है, उसे Jativachak Sangya Kahate Hain उदाहरण के लिए नदी, खिड़की, बच्चा आदि।
Q2. जातिवाचक संज्ञा शब्द में कौन-कौन से शब्द आते हैं ?
Ans : Jativachak Sangya Shabd में मानव, गधा, फूल, शहर आदि शब्द आते हैं।
Q3. जातिवाचक संज्ञा की पहचान क्या है ?
Ans : जातिवाचक संज्ञा में संपूर्ण वर्ग वाले शब्द मौजूद होते हैं, जो की Jativachak Sangya Ki Pehchan होती है।