Drishtant Alankar Kise Kahate Hain – दृष्टान्त अलंकार अर्थालंकार के अंतर्गत आने वाला एक महत्वपूर्ण अलंकार है इस अलंकार को विम्ब प्रतिविम्ब का अलंकार भी कहते हैं, इस लेख “Drishtant Alankar Udaharan Sahit” में हम Drishtant Alankar Ki Paribhasha, Bhed, Visheshta तथा Drishtant Alankar Ke Udaharan के बारे मे पढ़ने वाले हैं। इस अलंकार से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
Drishtant Alankar Kise Kahate Hain – दृष्टान्त अलंकार की परिभाषा
ऐसा अलंकार जिसमे पूर्व समय मे कोई कथन बोलकर उस कथन की पुष्टि की जाती है अर्थात दो विशेष अथवा दो सामान्य वाक्यो में बिम्ब प्रतिबिम्ब का भाव हो उसे Drishtant Alankar Kahate Hain
इस अलंकार में पहले कोई बात कही जाती है तथा उसके बाद दूसरे वाक्य में उस बात की पुष्टि की जाती है। दृष्टान्त अलंकार उभयालंकार का भी एक अंग है।
Drishtant Alankar Examples In Hindi – दृष्टान्त अलंकार के उदाहरण
एक म्यान में दो तलवारें, कभी नहीं रह सकती हैं।
तजि आसा तन प्रान की, दीपहिं मिलत पतंग।
दरसावत सब नरन को, परम प्रेम को ढंग।।
कन कन जोरै मन जुरै, खावत निबरे सोय।
बूँद-बूँद तें घट भरै, टपकत रीतो होय।।
उपर्युक्त दिए गए उदाहरणों में दो चरणों मे बात कही गयी है जिसमे पहले चरण में कोई बात की जा रही है तथा दूसरे चरण में उस बात को पूर्ण अथवा उस बात की पुष्टि की जा रही है।
Conclusion – दृष्टान्त अलंकार वह अलंकार है जो की दो वस्तुओं की तुलना का वर्णन करते हैं यह दोनों की विशेषताओं को प्रभावी रूप से बताने और उन्हें स्पष्ट रूप से प्रकट करने के बारे में होता है।
FAQs About Drishtant Alankar In Hindi
Q1. दृष्टान्त अलंकार क्या है ?
Ans : दृष्टांत अलंकार वह अलंकार होते हैं जिसमें दो वस्तुओं की तुलना की जाती है एक समान और दूसरा प्रभावी होता है, यह विशेषताओं को प्रकट करने के बारे में होता है उसे Drishtant Alankar Kahate Hain
Q2. दृष्टान्त अलंकार में किसका उपयोग होता है ?
Ans : दृष्टान्त अलंकार में समानता और उपमा का उपयोग किया जाता है यह विशेषता को दर्शाने के लिए होता है।
Q3. दृष्टान्त अलंकार का उद्देश्य क्या होता है ?
Ans : Drishtant Alankar का उद्देश्य किसी प्रकार की वस्तु के गुण और उसकी स्थिति को प्रभावी रूप से दर्शना, दृष्टांत अलंकार का उद्देश्य है।