अर्थान्तरन्यास अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण

अर्थालंकार का एक भेद अर्थान्तरन्यास अलंकार भी होता है। इस अलंकार में किसी एक कथन से किसी दूसरे कथन का समर्थन किया जाता है। तो चलिए अब अर्थान्तरन्यास अलंकार की परिभाषा तथा उदाहरण के बारे में पढ़ते हैं।

अर्थान्तरन्यास अलंकार की परिभाषा

जहा पर किसी विशेष कथन से किसी सामान्य कथन तथा किसी सामान्य कथन से किसी विशेष कथन का समर्थन होता है तो वहाँ पर अर्थान्तरन्यास अलंकार होता है।

अर्थान्तरन्यास अलंकार के उदाहरण

बड़े न हूजे गुनन बिनु, बिरद बड़ाई पाय। 

कहत धतूरे सों कनक, गहनो गढ़ो न जाय। 

उपरोक्त दिए गए वाक्य में सामान्य कथन का समर्थन विशेष बात से किया गया है। जिसमे सामान्य कथन पहले वाक्य में तथा विशेष कथन दूसरे वाक्य में कहा गया है जिससे पहले वाक्य का समर्थन किया गया है।

जो रहीम उत्तम प्रकृति का करि सकत कुसंग ।

चन्दन विष व्यापत नहीं लपटे रहत भुजंग ।।

ऊपर दिए गए वाक्य में सामान्य कथन कहने के बाद दूसरे वाक्य में विशेष कथन का प्रयोग करके पहले कथन का समर्थन किया जा रहा है अतः यह अर्थान्तरन्यास अलंकार का उदाहरण होगा।

इस आर्टिकल में आपको अर्थान्तरन्यास अलंकार के बारे में उदाहरण सहित समस्त जानकारी दी है यदि आपको इस लेख में दी गई जानकारी पसन्द आयी हो तो इसे आगे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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