Lokokti Kise Kahate Hain – लोकोक्ति हिंदी भाषा का एक ऐसा शब्द है जो कि एक पूरे वाक्य को दर्शाता है इसका प्रयोग सामाजिक व्यवहार में और सामान्य बातचीत में किया जाता है। क्या आप जानते है Lokokti Kise Kahate Hain ? और लोकोक्तियों का प्रयोग आमतौर पर कहा और कैसे किया जाता है। यदि आपको लोकोक्ति के बारे में नही पता तो इस आर्टिकल
Lokoktiyan In Hindi को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि इस आर्टिकल में हमने आपको Lokokti Ki Paribhasha, Lokokti Ke Udaharan के बारे में बताया है, ताकि आप बेहतर तरीके से समझ सकें।
Lokokti Kise Kahate Hain – लोकोक्ति की परिभाषा
लोकोक्ति दो शब्दों से मिलकर बना है-
लोक + उक्ति = लोकोक्ति
लोक का अर्थ होता है दुनिया और उक्ति का अर्थ है कथन अर्थात ऐसे कथन जो लोक (समाज) मे प्रचलित हैं।ऐसे वाक्य या कहावते जो पूरी तरह से अपने अर्थ को स्पष्ट करते हैं लोकोक्तियां कहलाते हैं। सामान्य भाषा में कहे तो पुराने समय मे कही गई कहावते जिनका अर्थ स्पष्ट रूप से निकाला जा सकता है उन वाक्यो को Lokokti Kahate Hain
Lokoktiyan Ka Upyog समान्यतः किसी को कोई बात समझने के लिए किया जाता है। लोकोक्ति के माध्यम से किसी भी कठिन बात को आसान तरीके से कहकर समझाया जा सकता है।
Lokokti Examples In Hindi – लोकोक्ति के उदाहरण
- अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता – अर्थ- किसी भी बड़े कार्य को करने के लिए संगठित होने की आवश्यकता होती है अक्सर अकेले व्यक्ति से कार्य बिगड़ जाते हैं।
- अधजल गगरी छलकत जाए – अर्थ- जिनमे ज्ञान की कमी होती है वह ज्ञान का दिखावा अधिक करते हैं।
- अंधों में काना राजा – अर्थ- मूर्ख व्यक्तियों की भीड़ में कम ज्ञानी व्यक्ति भी स्वयं को बुद्धिमान समझता है।
- आंख का अंधा नाम नयन सुख – अर्थ- किसी का नाम उसके गुड़ो के बिल्कुल विपरीत होना।
- अंधे की लकड़ी – अर्थ- किसी का अंतिम और एकमात्र सहारा
- अपनी गली में तो कुत्ता भी शेर होता है। – अर्थ- किसी को अपने क्षेत्र या घर में ताकत दिखाना।
- अपना हाथ जगन्नाथ – अर्थ- किसी के भरोसे पर ना रहकर अपना कार्य स्वंय करना।
- अब पछताए होत का जब चिड़िया चुग गई खेत – अर्थ- सही समय निकल जाने के बाद अफसोस करना।
- आगे कुआं पीछे खाई – अर्थ- दोनों तरफ से मुसीबत आना अर्थात बचने का कोई रास्ता ना होना।
- आगे नाथ न पीछे पगहा – अर्थ- किसी भी चीज पर कोई नियंत्रण ना होना।
- आटे के साथ घुन भी पिसता है – अर्थ- हमेशा गलत आदमी की संगत करने पर सही आदमी भी सजा भुगतता है।
- आ बैल मुझे मार – अर्थ- जानबूझकर परेशानी को बुलाबा देना।
- आम के आम गुठलियों के दाम– अर्थ- दोनों ओर से फायदा होना।
- आसमान से गिरा खजूर में लटका – अर्थ- एक मुसीबत से निकलते ही दूसरी मुसीबत में फसना।
- ईश्वर की माया, कहीं धूप कहीं छाया – अर्थ- इस दुनियां में किसी भी चीज में समानता नही है।
- उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे – अर्थ- अपनी गलती होने पर भी दूसरे व्यक्ति को दोष देना।
- अंधा क्या चाहे दो आंखें – अर्थ- बिना किसी प्रयास के पसंदीदा वस्तु का मिलना।
- अंत भले का भला – अर्थ- बहुत सारी मुसीबतों के बाद अंत मे अच्छा परिणाम आना।
- कहाँ राजा भोज कहा गंगू तेली – अर्थ- दो व्यक्तियों की स्थिति में बहुत्वाधिक अंतर होना।
- ऊँट के मुँह में जीरा – अर्थ- किसी वस्तु का आवश्यकता से बहुत कम मिलना।
- एक और एक ग्यारह होते हैं – अर्थ- एकता की शक्ति सबसे बड़ी शक्ति होती है।
- एक पन्थ दो काज – अर्थ- एक बार प्रयास करने से दो कार्यो का पूरा हो जाना।
Conclusion – बहुत से लोग लोकोक्तियाँ और कहावतें में अंतर नहीं पहचान पाते, लोकोक्तियाँ ह वाक्य होते हैं जो महान संतों विद्वानों और महापुरुषों द्वारा बोले गए होते हैं यहां पर आप Lokokti Ki Paribhasha, Lokokti Ke Udaharan पढ़ सकते हैं जो आपके प्रतियोगी परीक्षा में काफी काम आ सकते हैं।
FAQs About Lokokti Kya Hoti Hain
Q1. लोकोक्तियां किसे कहते हैं ?
Ans : वह वाक्य जो वाक्य के अर्थ को पूरी तरह से स्पष्ट करने में सक्षम होते हैं उन्हें Lokokti Kahate Hain लोकोक्तियाँ को कहावतों के नाम से भी पुकारा जाता है यह बड़े विद्वानों द्वारा बोली गई होती है।
Q2. लोकोक्तियां की विशेषताएं क्या है ?
Ans : Lokokti Ki Visheshta :
- सही मार्गदर्शन दिखाने के लिए
- जीवन के पहलु को स्पष्ट रूप से प्रकट करना
- मनोरंजन के लिए लोकोक्तियां को उपयोग करना
- वाक्य को स्पष्ट करने में मदद करना
Q3. लोकोक्तियां का उद्देश्य क्या होता है ?
Ans : लोकोक्ति का कोई एक उद्देश्य नहीं होता, यह लोकोक्ति पर ही निर्भर करता है।