Adhikaran Karak Kise Kahate Hain – अधिकरण कारक की परिभाषा एवं उदाहरण

Adhikaran Karak Kise Kahate Hain In Hindi – आज के इस लेख “Adhikaran Karak In Hindi” में आप कारक के सबसे महत्वपूर्ण भाग में से एक है, अधिकरण कारक के बारे में पढ़ने वाले है इस लेख में आपको हम Adhikaran Karak Ki Paribhasha, Prakar Aur Udaharan के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे।

Adhikaran Karak Kya Hain – अधिकरण कारक की परिभाषा

वाक्य में प्रयोग होने वाले ऐसे कारक जिनसे क्रिया के बारे में जानकारी होती है अथवा बोध होता है, उसे Adhikaran Karak Kahate Hain. अधिकरण कारक में अंदर, ऊपर, भीतर, बीच इत्यादि शब्दों का प्रयोग किया जाता है तथा इसकी विभक्ति में और पर होती है।

Adhikaran Karak Ke Udaharan – अधिकरण के उदाहरण

1.राजू बगीचे में खेल रहा है।

उपर्युक्त दिए गए इस वाक्य में क्रिया होने के स्थान के बारे में बोध हो रहा है इस वाक्य में खेलना एक क्रिया है तथा मैदान क्रिया का होने का स्थान है जो कि में विभक्ति के द्वारा स्पष्ट हो रहा है अतः यह अधिकरण कारक का उदाहरण है।

2. बंदर खंभे पर चढ़ा रहा है।

दिए गए इस वाक्य में चढ़ना क्रिया है तथा खंभा क्रिया के होने का स्थान है जो कि पर व्यक्ति के द्वारा स्पष्ट हो रहा है अतः यह अधिकरण कारक के अंतर्गत आएगा।

3. रमेश पेड़ के ऊपर बैठा है।

ऊपर दिए गए इस वाक्य बैठना एक क्रिया है तथा पेड़ क्रिया के होने का स्थान है तथा ऊपर शब्द के द्वारा क्रिया के होने के स्थान के बारे में स्पष्ट हो रहा है जिस कारण से इसमें अधिकरण कारक होगा।

4. वह बस में जा रहा है।

दिए गए इस वाक्य में जाना एक क्रिया है तथा बस उस क्रिया के होने का स्थान है जो कि में विभक्ति के द्वारा स्पष्ट रूप से बताया जा रहा ,है अतः यह एक अधिकरण कारक का उदाहरण है।

5. घर में दिया जल रहा है।

उपर्युक्त दिए गए इस वाक्य में जलना एक क्रिया है तथा घर उस क्रिया के होने का स्थान है तथा यह सब में विभक्ति के द्वारा स्पष्ट रूप से ज्ञात हो रहा है। अतः यह अधिकरण कारक के अंतर्गत आएगा।

अधिकरण कारक के अन्य उदाहरण

  • पानी नदी में बह रहा है।
  • वह सड़क पर चल रहा है।
  • वह नीचे बैठकर खाना खा रहा है।
  • राजीव कमरे के अंदर बैठा है।
  • राधा कार में बैठी है।
  • बिना ट्रैक पर दौड़ रहा है।
  • राजू बेड पर सो रहा है।

Conclusion – अधिकरण कारक, कारक का एक महत्वपूर्ण भेद है यह संज्ञा के रूप के आधार का बोध करने में मदद करते हैं यहाँ Adhikaran Karak Ki Paribhasha, Bhed Aur Udaharan और उनकी विशेषताएं बताई गई है।

FAQs About Adhikaran Karak Kise Kahate Hain

Q1. अधिकरण कारक क्या होता है ?
Ans : अधिकरण कारक में संज्ञा का वह रूप जिसमे क्रिया के आधार को प्रकट किया जाता है, उसे Adhikaran Karak Kahate Hain.

Q2. अधिकरण कारक का विभक्ति चिन्ह क्या होता है ?
Ans : Adhikaran Karak Ka Vibhakti Chinh “में” और पर” होता है।

Q3. अधिकरण कारक की पहचान क्या होती है ?
Ans : अधिकरण कारक में जब कोई वाक्य प्रकट करते हैं, तो उसमें में और पर शब्द का उपयोग होता है।

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